पाकिस्तान के मानसून दौर में 101 की मौत, 180 घायल
इस्लामाबाद
पाकिस्तान में 25 जून से शुरू हुए चालू मानसून सीजन के दौरान अब तक लगभग 101 लोगों की मौत हो गई और 180 अन्य घायल हो गए।
देश के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) ने यह जानकारी दी।
एनडीएमए ने कहा कि देश का पूर्वी पंजाब प्रांत बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ, जहां 57 लोगों की मौत हो गई और 118 घायल हो गए। साथ ही प्रांतीय राजधानी लाहौर सहित पूरे प्रांत में हुई भारी बारिश में 53 घर भी नष्ट हो गए।
कार्यवाहक पंजाब के मुख्यमंत्री मोहसिन नकवी ने लाहौर की बारिश को “रिकॉर्ड-तोड़” कहा यह शहर में बाढ़ का कारण बनी, कई इलाकों में पानी भर गया और सड़क यातायात घंटों तक बाधित रहा।
प्रांत के रावलपिंडी शहर में भी 12 घंटे से अधिक समय तक भारी बारिश हुई, जिसके परिणामस्वरूप नदियों और नालों में जल स्तर खतरनाक स्तर तक बढ़ गया और स्थानीय नगरपालिका प्राधिकरण को किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने में मदद के लिए सेना बुलानी पड़ी।
शहर में भारी बारिश के कारण बुधवार को एक निर्माणाधीन पुल की दीवार अस्थायी तंबू में रह रहे मजदूरों पर गिर गई, जिससे कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई।
जिला प्रशासन के प्रवक्ता के अनुसार, वर्षा मापक केंद्रों ने शहर के कई इलाकों में 200 मिमी तक बारिश दर्ज की, जिससे शहरी बाढ़ और छत गिरने की घटनाएं हुईं।
एनडीएमए ने कहा कि देश के उत्तर पश्चिम खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बारिश से जुड़ी अलग-अलग दुर्घटनाओं में कुल 25 लोगों की मौत हो गई और 41 अन्य घायल हो गए।
पाकिस्तान में दो हमलों में पांच पुलिसकर्मियों की मौत
खैबर/पेशावर
पाकिस्तान में आतंकवादियों ने कुछ घंटों के अंतराल में बारा में एक आधिकारिक परिसर और पेशावर के पास एक पुलिस चौकी पर हमला किया। जिसमें पांच पुलिसकर्मी मारे गए और 12 लोग घायल हो गए। घायलों में नौ कर्मचारी और तीन नागरिक शामिल हैं।
अधिकारियों ने कहा कि सुबह करीब 11 बजे बड़ा बाजार से सटे तहसील मुख्यालय परिसर और पुलिस थाने के प्रवेश द्वार पर पुलिसकर्मियों ने दो आत्मघाती हमलावरों को रोका। जिसके बाद पुलिस और आंतकवादियों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गयी। जिसमें एक हमलावर की मौत हो गई, जबकि दूसरे ने खुद को उड़ा लिया। विस्फोट से इमारत का एक हिस्सा ढह गया। इमारत के ढहने से तीन पुलिसकर्मी मारे गए और तीन नागरिक सहित दस लोग घायल हो गए।
डीपीओ सलीम अब्बासी ने मीडिया को बताया कि संभावित हमले के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद पुलिस हाई अलर्ट पर थी और योजना अनुसार काम कर रही थी, जिससे क्षेत्र को भारी त्रासदी होने से बचाया गया। उन्होंने बताया कि इस परिसर में आमतौर पर बड़ी संख्या में लोग आते हैं, लेकिन संभावित हमले की खुफिया जानकारी के आधार पर किए गए सख्त सुरक्षा इंतजामों के कारण कई लोगों की जान जाने से बच गयी।
पुलिस ने कहा कि एक कार को जब्त किया गया है। ऐसा माना जा रहा है हमलावरों ने हमले वाले स्थान पर पहुंचने के लिए इस कार का इस्तेमाल किया होगा।बारा में सूत्रों ने डॉन को बताया कि जिस इमारत पर हमला हुआ, उसमें काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट (सीटीडी), एक खुफिया एजेंसी और जिला प्रशासन के कार्यालय भी स्थित थे। बम निरोधक इकाई के अधिकारियों ने कहा कि आत्मघाती हमलावरों ने सात से आठ किलोग्राम विस्फोटक का इस्तेमाल किया था। उन्होंने हथगोले के टुकड़े भी बरामद किए हैं।
गौरतलब है कि सीटीडी ने कुछ दिन पहले अक्काखेल क्षेत्र में अलग-अलग खुफिया-आधारित अभियानों के दौरान एक कथित जबरन वसूली गिरोह के चार सदस्यों को मार गिराया था और अन्य 13 को गिरफ्तार किया था। उन्होंने बताया कि मृतक और हिरासत में लिए गए लोग पेशावर, खैबर और प्रांत के कुछ अन्य हिस्सों में जबरन वसूली के मामलों में शामिल थे।
मृतक पुलिसकर्मियों की पहचान मोहम्मद तैयब, बहादर शेर और अनवर के रूप में की गई, जबकि घायल कर्मियों में हनीफ अफरीदी, जुबैर अफरीदी, जमील अफरीदी, बख्त नवाज, अब्दुल हादी, गुल जेब और नवाज शामिल थे। घायलों में से हादी की हालत गंभीर बताई जा रही है। सभी घायलों को उपचार सैन्य अस्पताल में किया जा रहा है। मारे गए पुलिस कर्मियों का अंतिम संस्कार खैबर जिले में जमरूद तहसील के पुलिस ट्रेनिक सेंटर शाहकास में किया जाएगा।
इससे पहले रात पेशावर के बाहरी इलाके में स्थित रेजी मॉडल टाउन में एक पुलिस चौकी पर हुए हमले में दो पुलिस कर्मी मारे गए और अन्य दो घायल हो गए थे।