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भोपाल में ऐशबाग थाने का एएसआई लाइन अटैच:लगातार वसूली की शिकायतों के बाद अधिकारियों ने की कार्रवाई

जुआरियों से सांठ-गांठ के लगे थे आरोप

भोपाल। भोपाल के ऐशबाग थाने में पदस्थ एएसआई पवन रघुवंशी को शुक्रवार को लाइन अटैच कर दिया गया। पवन पर ठगी के कॉल सेंटर संचालक पर लचर कार्रवाई के आरोप थे। इसी के साथ पिछले दिनों उन पर जुआरियों से सांठ-गांठ के भी आरोप उन पर लगे थे। इस मामले की भी विभागीय जांच चल रही है।
इस मामले में की गई कार्रवाई
भोपाल में प्रभात चौराहा स्थित एक बिल्डिंग में संचालित ‘आइडियालॉजी एडवांस स्टॉक प्राइवेट लिमिटेड’ नामक कॉल सेंटर पर पुलिस ने 23 फरवरी को छापा मार कार्रवाई की थी। गुरुवार को पुलिस ने कॉल सेंटर को पूरी तरह से सील कर दिया।
कार्रवाई एएसआई पवन रघुवंशी ने की थी। सूत्रों की माने तो पवन और टीम ने कॉल सेंटर पर जिस समय दबिश दी। तब वहां कॉल सेंटर का संचालक अफजल खान मौजूद था। वह पुलिस को चकमा देकर फरार हुआ। पुलिस ने उसके बेटे पर बेहद साधारण धाराओं में कार्रवाई की। जिससे आरोपी के बेटे अमान को आसानी से जमानत मिल गई।
पूरा मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में आने के बाद एएसआई को लाइन अटैच कर दिया गया। जबकि कॉल सेंटर में कार्यरत युवक-युवतियों ने कार्रवाई के तत्काल बाद पूछताछ में खुलासा किया कि वे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर बाजार में निवेश से संबंधित विज्ञापन प्रसारित करते थे।”
80 से अधिक कम्प्यूटर जब्त
कॉल सेंटर से 80 से अधिक कम्प्यूटर और 26 मोबाइल सिम जब्त की गई हैं। साइबर पुलिस की मदद से ऐशबाग पुलिस कम्प्यूटर से डिलीट डेटा रिकवर करने में जुटी है। पुलिस को कॉल सेंटर के सरगना की एक डायरी भी मिली है, जिसमें 100 से अधिक नाम और मोबाइल नंबर दर्ज हैं। इन सभी लोगों को थाने बुलाकर पूछताछ की जा रही है।
ठगी में इस्तेमाल हो चुकी है जब्त सिम
जांच में खुलासा हुआ है कि जब्त सिम कार्ड में से एक का इस्तेमाल उत्तर प्रदेश में साइबर ठगी के लिए किया गया था, जिसकी शिकायत लखनऊ में दर्ज है। पुलिस ने कॉल सेंटर से सीसीटीवी फुटेज और अन्य रिकॉर्ड भी जब्त किए हैं।
आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर मार्केट में निवेश के विज्ञापन देकर लोगों को ठगते थे।
आरोपी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शेयर मार्केट में निवेश के विज्ञापन देकर लोगों को ठगते थे।
कॉल सेंटर का संचालक अफजल खान, उसकी बेटी सायमा और परिवार के अन्य सदस्य ग्रीन पार्क कॉलोनी, अशोका गार्डन स्थित घर में ताला लगाकर फरार हो चुके हैं। पुलिस को अफजल के टीकमगढ़ का निवासी होने की जानकारी मिली है। हालांकि, अब तक आरोपियों पर एफआईआर दर्ज नहीं हुई है।
जांच में यह भी सामने आया है कि अफजल खान के बैंक खाते का इस्तेमाल कई साइबर ठगी की रकम के ट्रांजैक्शन में किया गया है। पुलिस को इस संबंध में पुख्ता प्रमाण मिले हैं। महाराष्ट्र में हुई एक साइबर ठगी की रकम अफजल के खाते में ट्रांसफर हुई थी। पुलिस ने केस के फरियादी से संपर्क कर लिया है। उसके भोपाल पहुंचने पर एफआईआर दर्ज करने के दावे किए जा रहे हैं।
लगातार सुर्खियों में है ऐशबाग थाना
इधर, ऐशबाग थाने के पुलिस जवानों पर जुआरी को संरक्षण देने के आरोप सही निकले हैं। मंगलवार को एसीपी सुरभि मीणा ने आला अधिकारियों को सौंपी प्राथमिकी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि कर दी है। यह जवान जुआरी से लंबे समय से संपर्क में थे और इनके बीच लेनदेन भी निकला है। रिपोर्ट के आधार पर प्रधान आरक्षक प्रमोद गुर्जर पर आरोप तय कर दिए गए हैं।
वहीं जोगेंद्र सिंह यादव और सतीश यादव की रिपोर्ट आना बाकी है। जुए में नाम आने के बाद इन तीनों को पहले ही निलंबित किया जा चुका है। प्रमोद के खिलाफ विभागीय कार्रवाई शुरू की जा रही है। जल्द ही आरोप पत्र जारी होगा। अन्य पुलिस कर्मियों की भूमिकाएं भी सामने आई हैं। इन सभी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
एनडीपीएस की फर्जी कार्रवाई के आरोप लगे थे
बता दें ऐशबाग पुलिस ने फरहान खान को चरस के साथ गिरफ्तार किया था। यह वही फरहान है जो क्षेत्र में लंबे समय तक जुआ खिलवाता रहा है। इसके बाद फरहान के साले ने जहर खा लिया था। फरहान की पत्नी ने वीडियो वायरल कर पुलिस जवानों के संरक्षण में जुआ खिलाने के आरोप लगाए थे। फरहान की पत्नी ने जुआ की बंदी समय पर नहीं देने से नाराज होकर पुलिस द्वारा एनडीपीएस की कार्रवाई की जाने के आरोप लगाए थे।

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