छत्तीसगढराज्य

रायपुर के चंगोराभाठा में सामूहिक आत्महत्या केस; कांग्रेस ने बनाई छह सदस्यीय जांच कमेटी

रायपुर.

राजधानी रायपुर में एक ही परिवार के तीन लोगों की आत्महत्या के मामले ने दिल दहला दिया है। एक ही फांसी के फंदे पर पति-पत्नी और नाबालिग बच्ची की लाश लटकी मिली है। पुलिस घटना की जांच कर रही है। सामूहिक आत्महत्या की घटना को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पूर्व विधायक विकास उपाध्याय के नेतृत्व में छह सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है।

इस मामले को लेकर प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने छह सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। इसमें पूर्व एमएलए विकास उपाध्याय समिति का संयोजक बनाया गया है। जांच समिति गठन में गिरीश दुबे, प्रमोद दुबे, नंदकुमार सेन, पार्वती साहू और करुणा कुर्रे को शामिल किया गया है। पीसीसी चीफ बैज का कहना है कि जांच समिति के सदस्य घटना स्थल का जायज करें। इसके साथ ही पीड़ित परिवारों के परिजनों सहित स्थानीय रहवासियों से चर्चा करें।  घटना की वस्तुस्थिति से अवगत होकर अपना प्रतिवेदन प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजें।

गौरतलब है कि रायपुर के चंगोराभाठा बीएसयूपी मकान से उठ रही तेज सड़ांध के बाद पड़ोसियों ने इसकी सूचना टिकरापारा पुलिस को दी थी। मौके पर पहुंची पुलिस जब भीतर दाखिल हुई तो नजारा देखकर वह भी दंग रह गए। कमरे में तीन लोगों के शव फंदे पर झूल रहे थे। तीनों ने एक ही नायलोन की रस्सी से आत्महत्या कर ली थी। सुसाइड करने वालों में लखन लाल सेन पिता भोकराम सेन (48), मृतिका रानू सेन पति लखन लाल सेन (42) और मृतिका पायल सेन पिता लखन लाल सेन (14) शामिल थे। बहरहाल अब अंतिम खुलासे के लिए पुलिस की पुष्टि का इंतज़ार हैं। इस बारे में उन्होंने पड़ोसियों से भी चर्चा करते हुए आत्महत्या की वजहों को जानने का प्रयास किया हालांकि अब सुसाइड नोट के सामने आने के बाद मामला साफ़ होता नजर आ रहा है। तीनों के शवों को अस्पताल रवाना किया गया है।

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