भोपालमध्यप्रदेशराज्य
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रहस मेले के शुभारंभ अवसर पर की बड़ी घोषणा
घोषणा से कांग्रेस की प्रमुख मांग पर लग सकता है विराम, एमएसपी में की गई घोषणा को लेकर कांग्रेस कर सकती थी बड़ा प्रदर्शन

गेहूं की बंपर फसल की तैयारियों को लेकर मुख्यमंत्री की घोषणा से खिले किसानों के चेहरे
भोपाल। दूरगामी सोच और चुनौतियों के सामने निर्भिकता से खड़े रहने का नाम है मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की डॉ. मोहन यादव एवं उनके मातहत काम करने वाली टीम का। आज यह बात इसलिए कारगर साबित हो रही है कि आगामी विधानसभा सत्र की घोषणा होने से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सागर में प्रारंभ हुए रहस मेले में उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए जहां केंद्र एवं प्रदेश भाजपा सरकार की नीतियों पर संबोधन किया। वहीं कांग्रेस द्वारा किसानों को गेहूं की खरीदी के लिए भाजपा के विधानसभा चुनाव में किए गए वायदों पर घेरने की तैयारियों को लेकर की जा रही आंदोलन, प्रदर्शन और विधानसभा में वायदे याद दिलाने की कोशिशों पर पानी फेर दिया। जहां आने वाली गेहूं की फसल पर न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा के साथ ही आगामी वर्ष के लिए भी घोषणा कर दी गई है। इस बार समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी 2600 रुपए क्विंटल पर होगी और आगामी वर्ष समर्थन मूल्य 2700 रुपए करने की भी घोषणा कर दी। वहीं चावल पर 2000 रुपए प्रति हैक्टेयर बोनस देने की भी घोषणा की है। 

कांग्रेस के हाथ से छिना मुद्दा
किसानों का साथ पाने के लिए छटपटा रही कांग्रेस को संभवतः बड़ा मुद्दा मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छिन लिया है। साथ ही मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने फूड इंडस्ट्रीज लगाने वालों को 40 प्रतिशत सब्सिडी देने की भी घोषणा की है।
बहरहाल, इस घोषणा से किसानों के मुरझाए चैहरों पर रौनक लाएगी औॅर संभवतः जल्द ही किसान नेता मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का स्वागत कर बधाई भी दें। लेकिन आगे विधानसभा सत्र 10 मार्च से 24 मार्च तक चलेगा। इसमें कई सवालों और विरोध के साथ पक्ष औऱ विपक्ष के प्रश्नों के प्रहार तो होंगे। हम यह तो नहीं कह सकते हैं कि इस घोषणा से किसान खुशहाल होंगे, पर कुछ हद तक किसानों के चेहरे पर रौनक तो जरूर आएगी यह मान सकते हैं। प्रदेश24न्यूज इस बार सभी विषयों पर नियमित विचार प्रस्तुत करेगा।